वाइट हाउस पैनल का दूसरा सदस्य शेख हमजा यूसुफ है। यूसुफ पर कट्टरपंथियों की मदद करने और और प्रतिबंधित आतंकी समूहों से संबंध होने के आरोप रहे हैं। ट्रंप प्रशासन के फैसले पर सवाल उठाने वाले में आम लोगों के साथ-साथ पॉलिटिकल एक्टिविस्ट और इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट लारा रूमर भी हैं। उन्होंने इसे ट्रंप का बेहद खराब फैसला कहा है। अमेरिका और आतंक के मामलों पर लिखने वाले कई दूसरे एक्सपर्ट ने कहा है कि ट्रंप के फैसले से अमेरिका के हालिया वर्षों के आतंक विरोधी रुख को तगड़ा झटका लगा है।