Select Date:

बारिश में और खतरनाक हो जाएगा कोरोना वायरस

Updated on 01-06-2020 08:45 PM
-दुनिया भर के वैज्ञानिक लगातार कर रहे हैं स्टडी
लंदन। कोरोना वायरस से दुनिया के सामने एक डराने वाली चेतावनी सामने आई है। बहुत से वैज्ञानिकों का मानना है कि बारिश पारंपिरक बीमारियां तो होंगी ही इसके साथ ही कोरोना वायरस का खतरा और बढ़ने वाला है। कई वैज्ञानिक इसे वायरस की दूसरी लहर भी बता रहे हैं। इस बारे में लगातार स्टडी चल रही है कि बदलते मौसम का वायरस पर क्या असर हो सकता है।  यूनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल के मुताबिक पानी से वायरस खत्म नहीं होते हैं। बल्कि नमी और कम तापमान में वायरस के जिंदा रहने और पनपने का खतरा बढ़ता ही है। अब चूंकि अधिकांश देश लॉकडाउन हटा रहे हैं तो इस दौरान बारिश के पानी में एक्सपोज होना संक्रमण का खतरा और बढ़ाएगा।

वैज्ञानिकों ने बारिश को लेकर जताई चिंता:
यूनिवर्सिटी ऑफ डेलावेयर में एपिडेमियोलॉजी विभाग की वैज्ञानिक डॉ जेनिफर होर्ने ने एक इंटरव्यू में बारिश को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि बारिश के पानी में वायरस की सफाई करने लायक असर नहीं होता है। और न ही ये वायरस को खत्म कर पाता है, बल्कि बारिश का मौसम कई सारी मौसमी बीमारियां लेकर आता है, जिनमें वायरस और बैक्टीरियल दोनों तरह की बीमारियां हैं। चूंकि कोरोना भी वायरस है इसलिए ये भी दूसरे वायरसों की तरह ही व्यवहार करेगा, ऐसा माना जा रहा है। यह ठीक उसी तरह है कि हाथ पानी से धोएंगे तो वायरस नहीं मरेगा, साबुन लगाना पड़ेगा। फोर्ब्स मैगजीन में आई एक रिपोर्ट में साल 2017 की एक स्टडी का हवाला है। साइंस जर्नल इंटरनेशनल सोसायटी फॉर माइक्रोबियल इकॉलॉजी में आई ये स्टडी बताती है कि बारिश का पानी बैक्टीरिया को तो फिर भी खत्म कर पाता है, लेकिन वायरस के पनपने के लिए ये काफी अनुकूल मौसम है। साल 2012 में हुई एक स्टडी के ट्रेंड भी इसी ओर इशारा करते हैं कि बारिश का मौसम कोरोना संक्रमण को और बढ़ा सकता है।

कई चीजों पर निर्भर करता है वायरस का प्रसार:
साइंस जर्नल करंट ओपिनियन इन वायरोलॉजी में आई इस स्टडी में वैज्ञानिकों ने वायरस-रेनवॉटर रिलेशनशिप का अध्ययन किया। इसके मुताबिक वायरस किस तेजी से फैलता है ये सिर्फ वायरस की संक्रामकता पर नहीं, बल्कि कई चीजों पर निर्भर करता है। इसमें मौसम, ह्यूमिडिटी, तापमान और हवा का बहाव भी शामिल हैं। श्वसन तंत्र पर हमला करने वाले सारे वायरस इसी तरह से फैलते हैं। इसे और बेहतर तरीके से समझने के लिए मलेशिया में स्टडी हुई। इस दौरान देखा गया कि बारिश के मौसम में वहां आरएसवी तेजी से फैलता है। भारत में भी ये स्टडी हुई लेकिन यहां पर अलग-अलग हिस्सों में बारिश में असमानता के कारण वायरस के फैलाव का प्रतिशत अलग-अलग रहा। 

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 24 December 2024
अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को पनामा नहर को फिर से अमेरिकी कंट्रोल में लेने की धमकी दी है। ये नहर कैरेबियन देश पनामा का हिस्सा…
 24 December 2024
पाकिस्तान, चीन से 40 J-35A फाइटर जेट्स खरीदने की तैयारी कर रहा है। यह दावा पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन दो साल में पाकिस्तान…
 24 December 2024
इजराइल ने पहली बार स्वीकार किया है कि हमास के पूर्व चीफ इस्माइल हानियेह की हत्या उसी ने की थी। सोमवार को इजराइल के रक्षा मंत्री काट्ज ने एक बयान…
 24 December 2024
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड अपने शपथ ग्रहण से पहले लगातार अपने सहयोगी और पड़ोसी देशों को परेशान करने वाले बयान करने वाले बयान दे रहे हैं। NYT के मुताबिक…
 23 December 2024
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में रविवार को एक महिला की मेट्रो में आग लगाकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने हत्या के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। न्यूयॉर्क पुलिस…
 23 December 2024
सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद की पत्नी अस्मा अल असद ने तलाक के लिए अर्जी दी है। इजराइली अखबार यरुशलम पोस्ट के मुताबिक, सीरिया की सत्ता से बाहर…
 23 December 2024
डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से विपक्षी नेता आरोप लगा रहे हैं कि इस सरकार में राष्ट्रपति की असल ताकत इलॉन मस्क के पास होगी। कुछ लोगों…
 21 December 2024
अमेरिकी सरकार के पास देश चलाने के लिए फंड खत्म हो चुका है। सरकार को फंडिंग करने वाला बिल गुरुवार को अमेरिकी संसद से पास नहीं हो पाया। इस बिल…
 21 December 2024
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के सलाहकार महफूज आलम के विवादित पोस्ट पर भारत ने शुक्रवार को कड़ी आपत्ति जताई है। महफूज ने 16 दिसंबर को एक…
Advt.