रांची । झारखंड की राजधानी रांची और जमशेदपुर समेत अन्य शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में करंट लगने से निरंतर हो रही दुर्घटनाओं के खिलाफ,केईआई कंपनी को बलैक लिस्ट करने को लेकर कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं ने राजधानी रांची के अशोक नगर स्थित केबुल कंपनी केईआई के दफ्तर में तालाबंदी कर विरोध प्रदर्शन किया।कांग्रेस जनों ने हाथों में तख्तियाँ लेकर केईआई कंपनी वापस जाओ,मौत के सौदागर झारखंड छोड़ो,केईआई कपनी चोर है,मुख्य अभियंता श्रवन कुमार को गिरफ्तार करो,महाप्रबंधक संजय कुमार को जेल भेजो लिखे हुए नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया एवं तालाबंदी कर धरना पर बैठे।
रांची स्थित केबुल कंपनी के कार्यालय में तालाबंदी का नेतृत्व कर रहे प्रदेश काग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डा राजेश गुप्ता छोटू ने बताया कि जिस तेजी से कोरोना संक्रमणकाल में कोविड-19 वायरस से लोगों की मौत हुई है, उसी तेज गति से बिजली करंट लगने से लोगों की मौत हो रही है। उन्होंने कहा कि शहर के हर हिस्से चाहे वह पिस्का मोड़ हो, रातू रोड ,कोकर चैक, लालपुर, हरमू, अरगोड़ा, डोरंडा हो या हिनू अथवा हटिया का इलाका हो। हर जगह पर केबुल कंपनी की ओर से बड़े-बड़े गड्ढे खोद दिये गये है,जहां 11 हजार से लेकर 32-33 हजार वोल्ट का करंट दौड़ रहा है, पिछले छह महीने में करंट लगने से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, दर्जनों लोग घायल हो चुके है।
प्रदर्शन कर रहे नेताओं ने कहा कि जरुरत पड़ी, तो केईआई कंपनी के नोयडा स्थित कार्यालय भी वे सभी जाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि इन हादसों के लिए बिजली विभाग के मुख्य अभियंता श्रवण कुमार और महाप्रबंधक संजय कुमार भी पूरी तरह से जिम्मेवार है। अब यह खबर मिली है कि ये दोनों अधिकारी अपने तबादले की कोशिश में है, लेकिन इन्हें किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा, जब तक इनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं हो जाता और गिरफ्तारी नहीं हो जाती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग और केबुल कंपनी की लापरवाही के कारण लगातार लोगों की जान जा रही है, कल भी हजारीबाग में करंट की चपेट आने से यात्री के वाहध सहित बिजली की तार गिरने से एक व्यक्ति की विभत्स और दर्दनाक मौत हो गयी। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बावजूद बिजली विभाग के अधिकारियों-अभियंताओं का मनोबल ऊंचा है, पिछली रघुवर दास सरकार में जिस तरह से इन्हें संरक्षण मिल रहा था, वैसे ही संरक्षण की उम्मीद में बिजली विभाग और केईआई कंपनी की ओर से लगातार मनमानी की जा रही है, लेकिन इस तरह की छूट अब उन्हें नहीं मिलने वाली है, दोषियों के विरूद्ध हर हाल में कार्रवाई होगी और हादसों के लिए जिम्मेवार सभी अधिकारी-अभियंता जल्द ही जेल की सलाखों के पीछे होंगे।
आज के तालाबन्दी कार्यक्रम में ओबीसी के चेयरमैन अभिलाष साहू,खेल प्रकोष्ठ के चेयरमैन अमरेन्द्र कुमार स़हि,परवेज आलम,सोनी नायक, विनीता पाठक, संजय मिंज, कुन्दन कुजूर, विभय शाहदेव, जितेन्द्र त्रिवेदी, मनीष कुमार, विनोद सिन्हा, राखी कौर, सोनी देवी भी मुख्य रुप से उपस्थित थी।