चीन से पंगा पड़ेगा महंगा! क्या टैरिफ से यू-टर्न मारेंगे डोनाल्ड ट्रंप? दोस्तों को नहीं करेंगे नाराज
Updated on
06-01-2025 04:12 PM
नई दिल्ली: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस महीने शपथ लेने जा रहे हैं। चुनाव जीतने के बाद वह एक मीटिंग में इस बात पर मुहर लगा चुके हैं कि राष्ट्रपति पद संभालने के बाद चीन समेत कुछ देशों पर टैरिफ लगाएंगे। सबसे ज्यादा चर्चा चीन की है, क्योंकि चीनी कंपनियों के प्रोडक्ट अमेरिका में भरे पड़े हैं। हालांकि ट्रंप पद संभालने के बाद चीन पर टैरिफ लगाने के अपने प्लान से यू-टर्न भी ले सकते हैं।
टैरिफ एक तरह से टैक्स होता है। यानी चीन से जो सामान अमेरिका आएगा, ट्रंप सरकार उस चीनी कंपनी से ज्यादा टैक्स लेगी। इसका असर होगा कि चीनी कंपनी नुकसान की भरपाई के लिए वह सामान अमेरिका में महंगी कीमत पर बेचेगी। इससे चीनी कंपनियों की अमेरिका में बिक्री प्रभावित हो सकती है। ट्रंप चीन पर टैरिफ लगाने की बात इसलिए कह रहे हैं ताकि स्थानीय कंपनियों को बढ़ावा मिले। लेकिन चीन पर टैरिफ लगाने से उनके कुछ खास कारोबारी दोस्तों को नाराजगी हो सकती है। इनमें सबसे करीब एलन मस्क (Elon Musk) और फिल रफिन (Phil Ruffin) हैं।
ट्रंप के कितने गहरे दोस्त हैं मस्क?
एलन मस्क कार निर्माता कंपनी टेस्ला के मालिक हैं। ट्रंप के जीतने के बाद टेस्ला के शेयरों में काफी तेजी आई है। इसके साथ ही मस्क की दौलत भी काफी तेजी से बढ़ी है। वह 400 बिलियन डॉलर से ज्यादा की संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर इंसान हैं।एलन मस्क ने ट्रंप को चुनाव जिताने में काफी मेहनत की है। उन्होंने न केवल ट्रंप के लिए प्रचार किया, बल्कि आर्थिक मदद भी की। हालांकि इसका इनाम भी उन्हें मिला है। मस्क को ट्रंप ने अमेरिकी प्रशासन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है।
चीन से क्या है मस्क का कनेक्शन?
हाल ही में मस्क की कंपनी टेस्ला ने कार बिक्री में चीन में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। दुनियाभर में जहां टेस्ला की कारों की बिक्री में गिरावट आई तो वहीं चीन में इसमें उछाल आया है। दिसंबर 2024 में टेस्ला कारों की बिक्री एक महीने पहले की तुलना में 12.8 फीसदी बढ़कर 83000 यूनिट पहुंच गई जो एक रेकॉर्ड है। वहीं साल 2024 में टेस्ला ने चीन ग्राहकों को 36.7 फीसदी कारें डिलीवर कीं। ऐसे में टेस्ला के लिए चीन अमेरिका के बाद दूसरा सबसे बड़ा मार्केट बन गया है।
रफिन से ट्रंप की कितनी गहरी दोस्ती?
89 साल के रफिन अमेरिकी कारोबारी हैं। वह लास वेगास में ट्रेजर आइलैंड होटल एंड कैसीनो और सर्कस सर्कस होटल एंड कैसीनो के मालिक हैं। इसके अलावा इनका कारोबार ग्रेहाउंड रेसिंग ट्रैक, ऑयल प्रोडक्शन, रियल एस्टेट आदि में भी फैला हुआ है। फोर्ब्स के मुताबिक रफिन की नेटवर्थ 2.7 बिलियन डॉलर है।
रफिन और ट्रंप की भी दोस्ती काफी गहरी है। चुनाव के दौरान रफिन ने ट्रंप के MAGA Inc में 20 लाख डॉलर की रकम निवेश की थी। यहां MAGA से मतलब मेक अमेरिका ग्रेट अगेन है। इसके अलावा रफिन और ट्रंप लंबे समय से बिजनेस पार्टनर भी हैं। ट्रंप इंटरनेशनल होटल में रफिन की पार्टनरशिप है।
रफिन का चीन से क्या है कनेक्शन?
रफिन हार्पर ट्रक्स (Harper Trucks) नाम से एक फैक्टरी के भी मालिक हैं। इनकी यह फैक्टरी सामान उठाकर एक जगह से दूसरी जगह रखने वाले इक्विपमेंट बनाती है। इनका ज्यादातर इस्तेमाल वेयरहाउस आदि जैसी जगहों पर होता है। इनकी यह कंपनी इक्विपमेंट बनाने के लिए चीन से पार्ट्स मंगाती है।
नई दिल्ली: जन औषधि केंद्रों ने नवंबर 2024 के अंत तक 1,255 करोड़ रुपये की दवाएं बेचीं। इससे लोगों को लगभग 5,020 करोड़ रुपये की बचत हुई। रसायन और उर्वरक…
नई दिल्ली: दिल्ली सराफा बाजार में मंगलवार को सोने की कीमतों में 700 रुपये की तेजी देखी गई। सोना 79,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इस बढ़ोतरी का कारण…
नई दिल्ली: वोडाफोन आइडिया (Vi) और भारती एयरटेल ने वाई-फाई जॉइंट वेंचर फायरफ्लाई नेटवर्क्स में अपनी हिस्सेदारी बेच दी है। सोमवार शाम को इस बारे में घोषणा हुई। इसमें बताया गया…
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर और मुंबई सहित देश के 8 प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री पिछले साल की दूसरी छमाही यानी जुलाई से दिसंबर के बीच 12 साल के ऊंचे स्तर…
नई दिल्ली: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस महीने शपथ लेने जा रहे हैं। चुनाव जीतने के बाद वह एक मीटिंग में इस बात पर मुहर लगा चुके हैं कि…
नई दिल्ली: सोमवार का दिन अनिल अंबानी के लिए काफी निराशाजनक रहा। इनकी दो प्रमुख कंपनियों के शेयर में 5 फीसदी का लोअर सर्किट लग गया। इनमें रिलायंस पावर लिमिटेड और…
नई दिल्ली: चीन में वायरस के प्रकोप की खबरों के बीच बेंगलुरु में भारत का पहला एचएमपीवी मामला सामने आने आया है। इससे शेयर बाजार में हड़कंप मच गया। बीएसई सेंसेक्स…