नई दिल्ली । कोरोना
कहर के बीच
देश के अलग-अलग हिस्सों
में भूकंप के
झटके भी दहशत
पैदा कर रहे
हैं। आज सुबह
यानी लद्दाख
और अंडमान-निकोबार
में भूकंप के
झटके महसूस किए
गए। लद्दाख जहां
भूकंप की तीव्रता
4.4 थी, वहीं अंडमान-निकोबार में 4 की
तीव्रता से भूकंप
आया। हालांकि, अब
तक किसी नुकसान
की खबर नहीं
है। तड़के तीन
बजे अंडमान और
निकोबार में एक
बार फिर भूकंप
के झटके महसूस
किए गए। रिक्टर
स्केल पर इसकी
तीव्रता 4.0 मापी गई
है। भूकंप के
झटके अंडमान और
निकोबार द्वीप के डिगलीपुर
में महसूस किए
गए। वहीं, दूसरा
भूकंप लद्दाख में
कारगिल के 435 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में आज
सुबह 05:47 बजे आया।
रिक्टर पैमाने पर 4.4 तीव्रता
का भूकंप दर्ज
किया गया। नेशनल
सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी
के मुताबिक, दोनों
जगह तेज झटके
महसूस किए गए
थे। हालांकि, भूकंप
के झटकों से
किसी भी प्रकार
के नुकसान की
खबर नहीं है।
इससे पहले भी
इन दोनों इलाकों
में लगातार भूकंप
के झटके महसूस
किए जाते रहे
हैं। भूकंप के
दौरान मकान, दफ्तर
या किसी भी
इमारत में अगर
आप मौजूद हैं
तो वहां से
बाहर निकलकर खुले
में आ जाएं।
इसके बाद खुले
मैदान की ओर
भागें।भूकंप के दौरान
खुले मैदान से
ज्यादा सुरक्षित जगह कोई
नहीं होती। भूकंप
आने की स्थिति
में किसी बिल्डिंग
के आसपास न
खड़े हों। अगर
आप ऐसी बिल्डिंग
में हैं, जहां
लिफ्ट हो तो
लिफ्ट का इस्तेमाल
बिल्कुल न करें।
ऐसी स्थिति में
सीढ़ियों का इस्तेमाल
करना ही उचित
होता है। भूकंप
के दौरान घर
के दरवाजे और
खिड़की को खुला
रखें। इसके अलावा
घर की सभी
बिजली स्विच को
ऑफ कर दें।
अगर बिल्डिंग बहुत
ऊंची हो और
तुरंत उतर पाना
मुमकिन न हो
तो बिल्डिंग में
मौजूद किसी मेज,
ऊंची चौकी या
बेड के नीचे
छिप जाएं। भूकंप
के दौरान लोगों
को इस बात
का ध्यान रखना
चाहिए कि वो
पैनिक न करें
और किसी भी
तरह की अफवाह
न फैलाएं, ऐसे
में स्थिति और
बुरी हो सकती
है।