वॉशिंगटन । संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ हिंसा होने का मुद्दा उठाने पर भारत ने सोमवार को नाराजगी जाहिर की। भारत में यूएन की रेसिडेंट कोऑर्डिनेटर रेनेटा डेसेलियान ने यह मुद्दा उठाया था। इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव (एमईए) ने कहा कि भारत में यूएन की रेसिडेंट कोऑर्डिनेटर ने भारत में महिलाओं के साथ हुई हिंसा की कुछ घटनाओं पर गैरजरूरी टिप्पणियां की। उन्हें यह पता होना चाहिए कि सरकार ने इन मामलों को बेहद गंभीरता से लिया है। अभी इनकी जांच चल रही है। ऐसे में किसी बाहरी एजेंसी को ऐसे मामलों पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए।
श्रीवास्तव ने कहा कि भारत का संविधान सभी नागरिकों को बराबरी का हक देता है। एक लोकतंत्र के तौर पर हमने समय-समय पर समाज के सभी वर्क के लोगों को न्याय देकर यह साबित किया है। हमारे मामलों में इस तरह की टिप्पणियां ठीक नहीं हैं।