नई दिल्ली । रूस
के गैमलेया नेशनल
रिसर्च सेंटर ऑफ एपिडेमियोलॉजी
एंड माइक्रोबायोलॉजी और
रूसी डायरेक्ट इनवेस्टमेंट
फंड आरडीआईएफ द्वारा
विकसित कोविड -19 के खिलाफ
स्पूतनिक वी वैक्सीन
का पहला बैच
नागरिकों के लिए
जारी किया गया
है। रूसी स्वास्थ्य
मंत्रालय ने जानकारी
दी कि निकटतम
भविष्य में क्षेत्रीय
डिलीवरी की योजना
है। कोरोना वायरस
संक्रमण की रोकथाम
के लिए रूस के
स्वास्थ्य मंत्रालय के गामाले
नेशनल रिसर्च सेंटर
ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड
माइक्रोबायोलॉजी द्वारा विकसित नए
'गम-कॉविड-वैक'
स्पुतनिक वी टीके
का पहला बैच
आवश्य पारित कर
दिया है। मंत्रालय
ने एक बयान
में कहा, रोजज़्रवनादज़ोर
चिकित्सा उपकरण नियामक की
प्रयोगशालाओं में गुणवत्ता
परीक्षण और नागरिक
परिसंचरण में जारी
किया गया है।
रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय
ने 11 अगस्त को कोविड
-19 के खिलाफ स्पुतनिक वी
नाम का पहला
टीका पंजीकृत किया
था। मास्को के
मेयर सर्गेई सोबयानिन
ने रविवार को
उम्मीद जताई कि
रूसी राजधानी के
अधिकांश निवासियों को कई
महीनों के भीतर
कोरोना वायरस के खिलाफ
टीका लगाया जाएगा।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस
संक्रमण से दुनियाभर
में हुई कुल
मौतों का आंकड़ा
सोमवार को 890000 को पार
कर गया। अमेरिका
की जॉन हॉपकिन्स
यूनिवर्सिटी के विज्ञान
एवं इंजीनियरिंग केन्द्र
सीएसएसई की ओर
से जारी आंकड़ों
के अनुसार, कोरोना
से मरने वालों
की कुल संख्या
बढ़कर 890064 हो गई
है जबकि इस
महामारी से संक्रमितों
का आंकड़ा बढ़कर
2,72,17,700 पहुंच गया है।
कोरोना वायरस संक्रमण के
मामले में अमेरिका
सबसे बुरी तरह
प्रभावित है और
यहां अबतक 6,297,021 संक्रमित
मामले सामने आए
हैं जबकि 189,122 लोगों
की मौतें हो
चुकी हैं। वहीं,
भारत अब कोरोना
केस और मौत,
दोनों के मामले
में दुनिया में
दूसरे नंबर पर
आ गया है।