मेलबर्न । भारतीय मूल की प्रियंका राधाकृष्णन ने न्यूजीलैंड में मंत्री के रूप में शपथ ली और वह न्यूजीलैंड की मंत्रिमंडल में शामिल होने वाली पहली भारतीय बन गई हैं। प्रियंका मूल रूप से केरल की रहने वाली हैं और न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में रहती हैं। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा आर्डर्न ने अपने मंत्रिमंडल में पांच नए मंत्रियों को शामिल किया है, जिनमें प्रियंका का भी नाम है।
दो सप्ताह पहले आर्डर्न की पार्टी ने देश के आम चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल की थी। प्रधानमंत्री जैसिंडा आर्डर्न ने नए मंत्रियों की घोषणा करते हुए कहा, मैं कुछ नई प्रतिभाओं और जमीनी स्तर का अनुभव रखने वाले लोगों को शामिल करने को लेकर उत्साहित हूं। भारत में जन्मी और लेबर पार्टी की नेता प्रियंका (41) ने कहा आज बहुत ही खास दिन है। मैं हमारी सरकार का हिस्सा बनने की विशेष भावना से अभिभूत हूं।
उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा मुझे बधाई संदेश भेजने वाले सभी लोगों का बहुत बहुत शुक्रिया। मंत्री नियुक्त किए जाने पर अभिभूत हूं और इस कार्यकाल में मंत्रियों के उत्कृष्ट समूह के साथ काम करने को लेकर आशान्वित हूं। प्रियंका चेन्नई में जन्मी हैं, लेकिन उनका परिवार केरल के पारावूर से है। उन्होंने स्कूल तक पढ़ाई सिंगापुर में की और फिर आगे की पढ़ाई के लिए वह न्यूजीलैंड आ गईं। वह अपने पति के साथ ऑकलैंड में रहती हैं।
उन्होंने लगातार घरेलू हिंसा की पीड़ित महिलाओं और शोषण का शिकार हुए प्रवासी मजूदरों के लिए आवाज उठाई, जिनकी आवाजें अक्सर अनसुनी की जाती रही हैं। लेबर पार्टी की ओर से पहली बार सितंबर 2017 में प्रियंका संसद की सदस्य चुनी गई थीं। सन 2019 में, उन्हें जातीय समुदायों के लिए मंत्री की संसदीय निजी सचिव नियुक्त किया गया था। इस क्षेत्र में उनके काम ने विविधता, समावेश और जातीय समुदायों की मंत्री के रूप में उनकी नई भूमिका के लिए उनका आधार तैयार किया।
इसके अलावा, वह सामुदायिक एवं स्वैच्छिक क्षेत्र की मंत्री और सामाजिक विकास एवं रोजगार मंत्रालय की सहायक मंत्री भी बनी हैं। प्रियंका भारतीय-न्यूजीलैंड मूल की पहली मंत्री हैं। न्यूजीलैंड के आम चुनावों में लेबर पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा आर्डर्न के नेतृत्व में लेबर पार्टी को 49 फीसदी से अधिक वोट मिले हैं, जबकि नेशनल पार्टी को 26।9 प्रतिशत मत प्राप्त हुए। 120 सदस्यों वाली संसद में लेबर पार्टी को 61 से अधिक सांसद मिल सकते हैं, जो बहुमत से अधिक हैं।