काठमांडू । भारत के साथ अपने रिश्तों की गर्माहट को पहले की तरह करने की कवायद में नेपाल जुट गया है। दरअसल चीन के साथ नेपाल से बढ़ते संबंधों पर चीन की सफाई के बाद अब नेपाल ने भी भारत से संबंध सुधारने की पहल की है। इस क्रम में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के ख़ास माने जाने वाले विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली भारत यात्रा पर आ सकते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि 5-16 दिसंबर को दिल्ली में होने वाले नेपाल-भारत संयुक्त आयोग की 6ठी बैठक में ग्यावली भी शामिल हो सकते हैं। जानकारी के मुताबिक इस यात्रा के लिए ग्यावली को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की तरफ से निमंत्रण भेजा गया है। नेपाल के एक अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक द्विपक्षीय रिश्तों में खटास आने के बाद नई दिल्ली का दौरा करने वाले ग्यावली नेपाल के सबसे वरिष्ठ राजनेता होंगे। नेपाल विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यात्रा की तारीखों की अभी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यात्रा की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के विदेश मंत्रालय मिलकर घोषणा करेंगे। प्रवक्ता ने कहा कि इस यात्रा का निमंत्रण भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने पिछले सप्ताह अपनी नेपाल यात्रा के दौरान दिया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्यावली विदेश मंत्री एस जयशंकर के निमंत्रण पर भारत आएंगे।
भारत-नेपाल सीमा विवाद और नेपाल के विवादित नक़्शे के संसद से पास किये जाने की हरक़त के बाद से ही दोनों देशों के बीच स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। माना जा रहा है कि प्रदीप कुमार ग्यावली की भारत यात्रा से दोनों देशों के रिश्तों पर जमी बर्फ भी पिघलेगी। मई-जून में नेपाल के नए नक्शे के बाद दोनों देशों में तनाव चरम पर पहुंच गया था। जिसके बाद कोरोना काल में नेपाल ने भारत से लगी अपनी सीमा को भी बंद कर दिया था। जिसके बाद से नेपाल के भारत विरोधी रूख के कारण दोनों देशों के संबंध लगातार खराब चल रहे थे। नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के विदेश मामलों के सलाहकार राजन भट्टराई ने मंगलवार को कहा कि मुझे बैठक के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन एक सामान्य समझ है कि विदेश मंत्री ग्यावली संयुक्त आयोग की बैठक में भाग लेने के लिए भारत जाएंगे।
बता दें कि कुछ ही दिनों पहले भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के चीफ सामंत कुमार गोयल ने काठमांडू में नेपाली पीएम ओली से अकेले में मुलाकात की थी। जिसके बाद भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे तीन दिवसीय यात्रा पर काठमांडू पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें नेपाली राष्ट्रपति ने सम्मानित भी किया था। कुछ दिन पहले ही भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला भी नेपाल यात्रा पर गए थे जिसके बाद से दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य होने की उम्मीद जताई जा रही थी।