बलौदाबाजार । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शुक्रवार क़ो आदिवासी ध्रुव गोंड़ समाज खल्लारी महाकालेश्वर बलौदाबाजार के तत्वावधान मे आयोजित गोंड़वाना सामाजिक विवाह एवं महासम्मेलन मे शामिल हुए। उन्होंने भगवान बूढ़ा देव की पूजा अर्चना कर प्रदेश वासियो की सुख समृद्धि का आशीर्वाद लिया। जिला मुख्यालय बलौदाबाजार स्थित नवीन क़ृषि उपज मण्डी मे आयोजित सामूहिक विवाह मे पारम्परिक गोंडी रीति-रिवाजों के अनुसार सम्पन्न हुए विवाह उपरांत नवविवाहित 44 जोड़ों क़ो मुख्यमंत्री साय ने आशीर्वाद प्रदान कर सुखमय दाम्पत्य जीवन की शुभकामनायें दी।
इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना अंतर्गत आर्थिक सहायता राशि का चेक एवं सामग्री प्रदान किया। मुख्यमंत्री का समाज के प्रतिनिधियों के द्वारा पीला वस्त्र से पगड़ी बांध कर एवं गजमाला से स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने समाज के पदाधिकारियों की मांग पर बलौदाबाजार एवं खल्लारी सुहेला मे सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 20-20 लाख रुपये देने की घोषणा की। इस अवसर पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु जिले के बाहर कोचिंग व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन एवं न्यूवोको सीमेंट के माध्यम ओएमयू किया गया। इसके साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाज के प्रतिभाओं क़ो सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम क़ो सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बेटा -बेटियों की विवाह के लिए माता-पिता चिंतित होते हैं खासकर ग्रामीण क्षेत्र मे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार मे शादी क़ा खर्च उठाना बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। कई परिवार कर्ज बोझ मे दब जाते हैं। ऐसे मे सामूहिक विवाह समाज मे एक आदर्श स्थापित कर रहा हैं जिसमें मामूली खर्च मे बहुत ही सुंदर ढंग से अपने रीति-रीवाज से विवाह सम्पन्न होता है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह क़ो विशेष धन्यवाद है जिन्होंने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू की। पहले 5 हजार रुपये आर्थिक सहायता मिलती थी जो अब बढ़कर 50 हजार रुपये हो गया है।
कार्यक्रम क़ो सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बेटा -बेटियों की विवाह के लिए माता-पिता चिंतित होते हैं खासकर ग्रामीण क्षेत्र मे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार मे शादी क़ा खर्च उठाना बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। कई परिवार कर्ज बोझ मे दब जाते हैं। ऐसे मे सामूहिक विवाह समाज मे एक आदर्श स्थापित कर रहा हैं जिसमें मामूली खर्च मे बहुत ही सुंदर ढंग से अपने रीति-रीवाज से विवाह सम्पन्न होता है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह क़ो विशेष धन्यवाद है जिन्होंने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू की। पहले 5 हजार रुपये आर्थिक सहायता मिलती थी जो अब बढ़कर 50 हजार रुपये हो गया है।
कार्यक्रम क़ो सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बेटा -बेटियों की विवाह के लिए माता-पिता चिंतित होते हैं खासकर ग्रामीण क्षेत्र मे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार मे शादी क़ा खर्च उठाना बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। कई परिवार कर्ज बोझ मे दब जाते हैं। ऐसे मे सामूहिक विवाह समाज मे एक आदर्श स्थापित कर रहा हैं जिसमें मामूली खर्च मे बहुत ही सुंदर ढंग से अपने रीति-रीवाज से विवाह सम्पन्न होता है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह क़ो विशेष धन्यवाद है जिन्होंने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू की। पहले 5 हजार रुपये आर्थिक सहायता मिलती थी जो अब बढ़कर 50 हजार रुपये हो गया है।