भोपाल। चार जांच एजेंसियों के मोस्ट वांटेड सौरभ शर्मा का पता नहीं चल रहा है। एजेंसियां यह भी पता नहीं कर पाई हैं कि वह दुबई में है या भारत आ गया। उधर, सौरभ शर्मा के खास चेतन गौर का फोन भी बंद बताया जा रहा हैलोकायुक्त पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि बयान लेने के लिए उसकी तीन दिन से तलाश की जा रही है, पर पता नहीं चल रहा है। इसके पहले आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय में पहुंचकर चेतन अपने बयान दर्ज कर चुका है।
लोकायुक्त पुलिस ने तीन दिन पहले सौरभ की मां उमा शर्मा की बयान लिए थे। उसी दिन से पुलिस चेतन को खोज रही है। पुलिस ने सौरभ शर्मा, उसकी पत्नी दिव्या शर्मा, उमा शर्मा के अतिरिक्त सौरभ के सहयोगी चेतन गौर और शरद जायसवाल को सम्मन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था।
10 दिन बाद भी इनमें से कोई बयान दर्ज करने के लिए नहीं पहुंचा तो, मामले में लोकायुक्त पुलिस के जांच अधिकारी वीरेंद्र सिंह तीन दिन पहले औचक रूप से सौरभ के घर पहुंच कर उसकी मां उमा से पूछताछ की। बयान के लिए चेतन से भी संपर्क किया, लेकिन उसका फोन बंद था। उसके बाद से पुलिस लगातार उसे तलाश रही है।
चेतन से पूछताछ में पुलिस को सौरभ के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती हैं। 18 दिसंबर को सौरभ शर्मा और चेतन गौर के आवास पर लोकायुक्त पुलिस के छापे में चेतन के नाम भी करोड़ों की संपत्ति मिली है। चेतन से पूछताछ कर पुलिस यह पता करना चाहती है कि उसके नाम जो संपत्ति है वह वास्तविक में उसी की है या सौरभ ने उसके नाम बेनामी संपत्ति बनाई थी।
छापे में चेतन के नाम पेट्रोल पंप, फिशरीज का ठेका, ई -7 अरेरा कालोनी में आवास के दस्तावेज मिले थे। जिस कार में 54 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये नकद मिले थे वह भी चेतन के नाम ही है।
हालांकि, आयकर विभाग को पूछताछ में चेतन ने बताया कि कार का उपयोग सौरभ ही कर रहा था। उल्लेखनीय है कि सौरभ और उसके करीबियों के यहां लोकायुक्त, ईडी और आयकर छापे में लगभग 100 करोड़ रुपये की संपत्ति मिल चुकी है।