वाशिंगटन । अमेरिका के चुनावों में जीते नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन इन दिनों अपने संभावित मंत्रिमंडल के गठम की कवायद में लगे है। खबर है कि वे अपने विश्वस्त विदेश नीति सलाहकार एंटनी ब्लिंकेन को विदेश मंत्री नियुक्त कर सकते हैं। मीडिया में सोमवार को आई खबरों में इसकी संभावना जताई जा रही है। खबरों के अनुसार बाइडेन जेक सलिवन को अपना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बना सकते हैं। बाइडेन मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल की घोषणा करेंगे। ओबामा के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने पर उनके प्रशासन में ब्लिंकेन (58) ने उप विदेश मंत्री के तौर पर काम किया था। बाइडेन के उप राष्ट्रपति के कार्यकाल में ब्लिंकेन उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे। बाइडेन के चुनाव प्रचार अभियान में ब्लिंकेन विदेश नीति सलाहकार के तौर पर काम कर चुके हैं। एक खबर के अनुसार, नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन एंटनी ब्लिंकेन को विदेश मंत्री नियुक्त कर सकते हैं। इस निर्णय से अवगत लोगों के अनुसार एक विश्वस्त राजनयिक और विदेश नीति सलाहकार ब्लिंकेन को विश्वभर में अमेरिका के रिश्ते प्रगाढ़ करने का दायित्व सौंपा जा सकता है।
एक अमेरिकी अखबार में कहा गया, नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन एंटनी ब्लिंकेन को विदेश मंत्री बनाने की घोषणा कर सकते हैं। वह उनके सबसे नजदीकी और लंबे समय तक विदेश नीति सलाहकार रह चुके हैं। अखबार में कहा गया, दो जानकार व्यक्तियों के अनुसार बाइडन के एक अन्य सलाहकार जेक सलिवन को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया जा सकता है। अखबार ने कहा, निर्णय से अवगत लोगों के अनुसार ब्लिंकेन के नाम की घोषणा मंगलवार को हो सकती है। भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बाइडेन के प्रचार अभियान द्वारा आयोजित डिजिटल समारोह में ब्लिंकेन ने कहा था, उप राष्ट्रपति (बाइडेन) भारत के साथ मजबूत संबंधों के पक्षधर रहे हैं। मैंने यह खुद देखा है। मैंने उनके साथ 2002 में सीनेट की विदेश संबंध समिति में काम किया था। उसके बाद ओबामा-बाइडेन प्रशासन और उनके उप राष्ट्रपति रहते हुए काम किया था। ब्लिंकेन ने इस साल 15 अगस्त को कहा था, अगर आप 15 साल पहले जाएं तो तब भी जो बाइडेन के पास भविष्य के लिए अमेरिका-भारत संबंधों की एक तस्वीर थी। उन्होंने 2006 में कहा था कि मेरा सपना है कि 2020 में दुनिया में दो सबसे करीबी रिश्तों वाले देश भारत और अमेरिका होंगे। एक खबर के अनुसार लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका का राजदूत नियुक्त किया जा सकता है।