इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू ने मंगलवार को सीरियाई बॉर्डर से लगे माउंट हर्मन बफर जोन का दौरा किया। इस दौरे पर उनके साथ रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज भी मौजूद थे। यह इलाका इजराइली फोर्सेज के नियंत्रण वाले गोलान हाइट्स से भी 10 किलोमीटर आगे है।
सैनिकों को इलाके की किलाबंदी करने का आदेश
रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा- हमने अपने सैनिकों को जल्द से जल्द इस इलाके की किलाबंदी करने का आदेश दिया है। माउंट हर्मन की चोटी हमारे देश की आंखें हैं, इससे हम दुश्मन की पहचान कर सकते हैं।
इजरायली सेना के एक अफसर ने AP को बताया कि बफर जोन के भीतर गांवों में रहने वाले सीरियाई लोगों को निकालने की कोई योजना नहीं है।
गोलान हाइट्स को 1973 में बफर जोन बनाया गया
सीरिया और इजरायल के नियंत्रण वाले गोलान हाइट्स को 1973 के योम किप्पुर वॉर के बाद यूनाइटेड नेशन (UN) ने बफर जोन बनाया था। तब से UN फोर्सेज के 1,100 सिपाही यहां गश्त कर रहे हैं।
यूनाइटेड नेशन के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने मंगलवार को कहा कि इस इलाके में इजराइली सैनिकों मौजूदगी चाहे वो कितने भी वक्त के लिए क्यों न हो, बफर जोन बनाने के समझौते का उल्लंघन है। इस समझौते का सम्मान किया जाना चाहिए। कब्जा तो कब्जा ही है, फिर चाहे वो एक हफ्ता, एक महीना या एक साल तक चले।
असद का तख्तापलट करने वाले विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम ने अभी तक इस पर कोई बयान नहीं दिया है।
2019 में ट्रम्प ने गोलान हाइट्स पर इजराइली कब्जे को मान्यता दी
इजराइल ने गोलान हाइट्स पर 1967 में कब्जा किया था। इससे पहले ये सीरिया का हिस्सा था, जिसे 6 दिन चले युद्ध के बाद इजराइल ने जीत लिया था। सीरिया ने इजराइल से इस क्षेत्र से हटने की मांग की है, लेकिन इजराइल ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए इनकार कर दिया है।
गोलान हाइट्स पर इजराइली कब्जे को 2019 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मान्यता दे दी थी।