वाशिंगटन । कोविड-19 की रोकथाम के लिए प्रयासरत दुनिया के लिए कुछ-कुछ राहत की खबरें आ रही हैं। दुनिया के तीसरे सबसे धनी शख्स बिल गेट्स ने कहा है कि अगर जल्दी ही कोरोना वायरस वैक्सीन को मंजूरी मिल जाती है तो 2021 तक अमीर देशों में जिंदगी वापस सामान्य जैसी हो सकती है। हालांकि, एक इंटरव्यू में बिल गेट्स ने यह भी कहा कि फिलहाल अमेरिका में जिन वैक्सीन के ट्रायल हो रहे हैं, उनकी सफलता की गारंटी नहीं है। वैक्सीन के सफल होने की गारंटी नहीं होने के बावजूद बिल गेट्स ने अपील की है कि वैक्सीन के सुरक्षित होने को लेकर जनता को जागरूक करने का काम किया जाना चाहिए, ताकि लोग वैक्सीन लगवाने में पीछे नहीं रहे। इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि इस साल के आखिर तक वैक्सीन मिलने की उम्मीद है। अमेरिका में फिलहाल फाइजर, एस्ट्रेजेनका और मॉडर्ना सहित अन्य कंपनियों की वैक्सीन के ट्रायल हो रहे हैं। शुरुआती ट्रायल में इन वैक्सीन के रिजल्ट अच्छे रहे हैं, फिर भी विशेषज्ञ इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि इनमें से एक भी वैक्सीन निश्चित तौर से सफल साबित होगी ही।
बिल गेट्स ने कहा है कि ऐसी स्थिति में पहुंचने में जहां कोरोना वायरस का संक्रमण बिल्कुल बंद हो जाए, 2 से 3 साल लगेंगे। हालांकि, अगर वैक्सीन जल्दी मिल जाती है तो अमीर देशों में अगले साल के आखिर तक जिंदगी सामान्य होने लगेगी। बता दें कि ज्यादातर अमीर देशों ने वैक्सीन के लिए पहले से करोड़ों रुपये का समझौता कर लिया है और इनके पास वैक्सीन के वितरण की व्यवस्था भी बेहतर है। वहीं, इनकी आबादी भी भारत या चीन से काफी कम है।
वहीं, रूस और चीन ऐसे देश हैं जो पहले ही बड़ी संख्या में लोगों को वैक्सीन लगाना शुरू कर चुके हैं। हालांकि, दोनों ही देशों की वैक्सीन के फेज-3 ट्रायल पूरे नहीं हुए हैं। बिल गेट्स ने कहा है कि वैज्ञानिक नजरिए से चीन और रूस के वैक्सीन प्रोजेक्ट वैध हैं, लेकिन फेज-3 ट्रायल पूरे नहीं होने की वजह से अन्य देशों की रुचि इनमें कम हो सकती है।