लंदन । यूरोपीय संसद के सदस्यों ने पाकिस्तान के पुलवामा हमलों में शामिल होने वाले बयान की निंदा कर पाक पर बैन लगाने की मांग की है। बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान के मंत्री ने अपनी नेशनल असेंबली में भारत में पुलवामा आतंकी हमलों में देश के शामिल होने के बारे में खुलासा किया था। मंत्री ने पाकिस्तान असेंबली में कहा था कि पुलवामा हुए अटैक के पीछे पाकिस्तान का हाथ था। पाक मंत्री के बयान पर यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन को चार सदस्यों थिएरी मैरियानी, जूली लिंचेक्स, वर्जिनि जोरन और फ्रांस जेमेट ने जोरदार शब्दों में पाकिस्तान पर तुरंत बैन लगाकर यूरोप में इसी तरह आतंकवाद के हमले में भागीदारी की जांच की मांग की है।
यूरोपीय संसद के सदस्यों ने कहा कि हम यूरोपीय आयोग और यूरोपीय विदेश कार्रवाई सेवाओं को पुलवामा हमले में अपनी भागीदारी के लिए इस्लामी गणतंत्र पाकिस्तान के नेतृत्व और सरकार की तुरंत निंदा करने के लिए कहते हैं। सदस्यों ने कहा कि हम यूरोपीय संघ से अनुरोध करते हैं कि वे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्रतिबंधों पर विचार करें। यूरोपीय संसद ने कहा कि पाकिस्तान के मंत्री खुलेआम से आतंकवाद में हाथ होने के सबूत दे रहे हैं, इसके बाद भी आयोग को चुप नहीं रहकर कार्रवाई करनी चाहिए।
बता दें कि 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर नृशंस आतंकी हमला किया गया था जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा आतंकवादी हमले में हाथ होने का दावा किया था लेकिन पाकिस्तान ने इसमें हाथ होने से इंकार किया था। 29 अक्तूबर 2020 को पाकिस्तान के संघीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने पाकिस्तान नेशनल असेंबली में खड़े होकर इमरान खान की सरकार के तहत पुलवामा आतंकी हमले को ‘सफलता’ के रूप में स्वीकार किया।