लंदन । दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं, जिन्होंने खुद को कोरोना के प्रकोप से मुक्त रखा है। हालांकि, इस मामले में उत्तर कोरिया और तुर्केमिस्तान के दावे पर प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है। कोरोना-मुक्त देशों की सूची जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आधार पर तैयार की गई है। इस सूची के मुताबिक 13 नवंबर तक इन देशों में कोरोना का एक भी मामला नहीं था। उत्तरी प्रशांत क्षेत्र में स्थित पलाऊ आइलैंड भी ऐसी ही एक जगह है, जिसकी आबादी 18,000 है, लेकिन अभी तक एक भी कोरोना का मामला यहां नहीं मिला है।
पलाऊ को मूल रूप से लगभग 3,000 साल पहले इंसुलर दक्षिण-पूर्व एशिया के प्रवासियों द्वारा बसाया गया था। द्वीप को पहली बार 16वीं शताब्दी में स्पेनिश द्वारा खोजा गया और 1574 में स्पेनिश ईस्ट इंडीज का हिस्सा बना दिया गया। पलाऊ के बॉर्डर मार्च माह में बंद कर दिए गए थे। पलाऊ में बड़े पैमाने में पर्यटक आते हैं। 2019 के आंकड़ों के अनुसार, पलाऊ में 90,000 पर्यटक आए थे, जो कि उसकी आबादी की तुलना में पांच गुना अधिक थे। पश्चिमी देशों ने उत्तर कोरिया और तुर्केमिस्तान पर मामलों को छिपाने का आरोप लगाया है।
वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि उत्तर कोरिया का खुद को आईसोलेशन में करना उसके हक में गया है। उत्तर कोरिया ने शुरुआत में ही अपने बॉर्डर बंद कर दिए थे। वहीं, इन देशों में इसकी वजह से पर्यटन पर काफी प्रभाव पड़ा है। इसके अलावा, दुनिया में समोआ, किरिबाती, टोंगा, माइक्रोनेशिया, नाउरू, तुवालू, पलाउ, तुर्केमिस्तान और उत्तरी कोरिया में भी कोरोना के मामले नहीं हैं। तुर्केमिस्तान और उत्तरी कोरिया को छोड़कर अन्य मुल्कों में कोरोना मुक्त रहने की वजह वहां की कम आबादी और शुरुआत में बेहतर नियंत्रण और सख्त यात्रा प्रतिबंध हैं।