लंदन। ब्रिटेन जॉनसन एंड जॉनसन की अनुषंगी दवा कंपनी जैनसन द्वारा विकसित की जा रही कोरोना के प्रयोगात्मक टीके के अंतिम चरण के परीक्षण को शुरू करने वाला दुनिया का पहला देश बनने जा रहा है। वैज्ञानिक 12 महीने लंबे परीक्षण के लिए सोमवार से 6,000 लोगों को इसमें शामिल करेंगे।
इस अध्ययन का नेतृत्व कर रहे डॉक्टर सॉल फॉस्ट ने बताया कि यह अनुसंधान सबसे पहले ब्रिटेन में शुरू होगा, लेकिन इसका लक्ष्य दुनिया भर के छह देशों में 30,000 लोगों को इसमें शामिल करना है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इस टीके से शरीर में वायरस के प्रति प्रतिरोधक प्रतिक्रिया में तेजी आएगी। फॉस्ट ने कहा कि फाइजर और जर्मनी के उनके सहयोगी बायोएनटेक ने पिछले सप्ताह कहा था कि प्राथमिक आंकड़ों से ऐसा प्रतीत होता है कि उनका टीका 90 फीसदी प्रभावशाली है। फॉस्ट ने इस समाचार को अनुसंधान को प्रोत्साहन देने वाला एवं स्वागत योग्य बताया है।