लंदन । दुनियाभर में प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कैंटीन में बीफ और मेमने का मांस को बैन लगाने के फैसले का समर्थन किया है। यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन ने दो तिहाई बहुमत से बीफ और मेमने के मांस पर कैंटीन में बैन लगाने का समर्थन किया। छात्रों ने फैसला जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने के लिए किया है। इतना ही नहीं छात्र संगठन यूनिवर्सिटी प्रशासन से कैंपस के अंदर बनी खाने की दुकानों, लाइब्रेरी और अन्य इमारतों के अंदर मीट परोसने पर बैन लगाने की मांग करेगा। उधर, यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में सभी अलग-अलग इस बैन के बारे में फैसला करना होगा। 22 हजार छात्रों के सदस्यता वाले प्रभावशाली छात्र परिषद के फैसले से विश्वविद्यालय के नियमों में कोई बदलाव नहीं होगा लेकिन वह यूनिवर्सिटी के निर्णय निर्माण प्रक्रिया में छात्रों का प्रतिनिधित्व करती है।
फैसले के जरिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने अपने प्रतिद्वंदी कैब्रिज यूनिवर्सिटी को टक्कर दी जहां पर यूनिवर्सिटी कैंटीन से पहले ही बीफ पर बैन लगा हुआ है। ऑक्सफोर्ड के प्रस्ताव में कहा गया है कि छात्र परिषद को हर पखवाड़े यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के साथ बैठक करनी चाहिए ताकि मीट की खपत करने और उस पर बैन लगाने के लिए बढ़ावा दिया जा सके। छात्रों के इस प्रस्ताव में कहा गया है कि छात्र परिषद को खासतौर पर बीफ और लैंब या मेमने के मांस पर ध्यान देना चाहिए ताकि इन्हें कॉलेजों और विभिन्न विभागों से हटाया जा सके। छात्रों ने कहा कि इस बैन का कारण मीट का जलवायु पर प्रभाव है।