वेलिंगटन। न्यूजीलैंड में शनिवार को आम चुनाव होने जा रहे हैं। इसके चुनाव पूर्व सर्वेक्षण के निष्कर्ष संकेत दे रहे हैं कि जेसिंडा अर्डेन प्रधानमंत्री पद पर दूसरी बार काबिज हो सकती हैं। कोरोना को नियंत्रित करने के चलते इस वर्ष उनकी लोकप्रियता में भारी इजाफा हुआ है। आम चुनाव के साथ ही न्यूजीलैंड के निवासी मारिजुआना और इच्छामृत्यु को कानूनी रूप देने से संबंधित जनमत संग्रहों के लिए भी मतदान करने वाले है। आम चुनाव में लेबर पार्टी की अर्डेन और नेशनल पार्टी की नेता जुडिथ कोलिंस के बीच मुकाबला है। कोलिंस राजनीति में कई पायदान चढ़कर प्रधानमंत्री पद तक पहुंची हैं, वहीं जुडिथ पूर्व वकील और एक कंपनी की निदेशक हैं। न्यूजीलैंड में कोरोना का सामुदायिक स्तर पर फैलना रूक गया है लेकिन कोरोना के प्रकोप के कारण देश की अर्थव्यवस्था को खासा नुकसान पहुंचा है। लेबर पार्टी ने कहा है कि वह नि:शुल्क प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उपलब्ध करवाएगी और बुनियादी ढांचे में निवेश करेगी। नेशनल पार्टी ने करों में कटौती का वादा कर कहा है कि इससे अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। राजनीतिक उम्मीदवारों और दलों के अलावा जनता दो जनमत संग्रह के लिए भी मतदान करेगी जिनमें से एक इच्छामृत्यु से जुड़ा है और दूसरा मारिजुआना को वैधानिक बनाने से संबंधित है।