काहिरा। मिस्र में महीनेभर के अंदर पुरातत्वविदों ने लगभग 2500 साल पुराने ममी के 80 ताबूतों की खोज की है। इन ताबूतों को देखने के लिए मिस्र के प्रधानमंत्री और पर्यटन मंत्री के अलावा बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। दो सप्ताह पहले भी एक कब्रगाह से 59 ताबूत निकाले गए हैं। इनमें मिली ममियां हजारों साल पुरानी हैं। पुरातत्वविदों को ये ताबूत काहिरा के दक्षिण में स्थित सकरारा के कब्रिस्तान से मिले हैं।
ताबूत पत्थर से बनी कब्र के नीचे दफन थे। मिस्र के पर्यटन और पुरावशेष मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पुरातत्वविदों को 2,500 साल पुराने दफन किए गए रंगीन और सील किए गए ताबूतों का संग्रह मिला है। खोज की जानकारी मिलने के बाद मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली और पर्यटन पुरावशेष मंत्री खालिद अल-अनानी ने क्षेत्र का दौरा किया।
उन्होंने कब्रों और ममी को देखा। मंत्रालय ने कहा पुरातत्वविदों को रंगीन और सोने की पानी चढ़ी लकड़ी की प्रतिमाएं भी मिली हैं। इस नई खोज का पूरा विवरण जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा। कोरोना वायरस के कारण मिस्र में पर्यटन उद्योग को बड़ा झटका लगा है। इसलिए मिस्र की सरकार अपने पर्यटन को फिर से पुनर्जीवित करने के लिए पुरातात्विक खोजों को सार्वजनिक कर रही है।
2011 में मिस्र में पैदा हुई राजनीतिक अस्थिरता की वजह से भी पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। दो सप्ताह पहले मिस्र के स्क्कारा में 59 पत्थर के बने कब्रगाहों की खोज की गई थी। इनमें से अधिकतर कब्रहागों के नीचे ममी दफन मिली है। स्क्कारा मिस्र की राजधानी काहिरा के दक्षिण में है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस इलाके में अब भी कई ताबूत दफन हैं, जिन्हें खोजा जाना बाकी है। ये ममी डजोसर के पिरामिड के पास मिले हैं, जो प्राचीन राजधानी मेम्फिस में स्थित है। मेम्फिस के खंडहरों को 1970 के दशक में एक यूनेस्को विश्व विरासत स्थल के रूप में नामित किया गया था। इस इलाके में कम से कम 11 पिरामिड मौजूद हैं।