31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में कंपनी की इनकम ₹17,761 करोड़ और ₹81.97 करोड़ का नेट प्रॉफिट हासिल किया था। उससे पिछले वर्ष कंपनी को ₹855.65 करोड़ का घाटा हुआ था। पई ने कहा कि कंपनी को निजी क्षेत्र से अधिक ऑर्डर मिल रहे हैं और इससे अगले पांच वर्षों में इसका रेवेन्यू मिक्स निजी क्षेत्र के पक्ष में 70:30 हो सकता है।