जम्मू-कश्मीर के पुंछ में शनिवार शाम (4 मई) एयरफोर्स जवानों पर हुए आतंकी हमले में शहीद जवान की पहचान विक्की पहाड़े के रूप में हुई है। विक्की मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के रहने वाले थे।
न्यूज एजेंसी IANS के मुताबिक, 33 साल के विक्की एयरफोर्स में कॉर्पोरल रैंक पर तैनात थे। उन्होंने 2011 में एयरफोर्स जॉइन की थी। उनके परिवार में उनकी पत्नी, पांच साल का बेटा, मां और तीन बहनें हैं।
विक्की 7 मई को अपने बेटे की जन्मदिन मनाने के लिए घर आने वाले थे। उन्होंने अप्रैल में अपनी बहन की शादी की थी। तब वे अपने परिवार से मिले थे। विक्की 18 अप्रैल को वापस ड्यूटी पर लौटे थे।
आतंकियों ने जवानों पर स्टील गोलियां चलाईं
पुंछ के शाहसितार इलाके में शनिवार शाम 6 बजकर 15 मिनट पर एयरफोर्स के जवानों पर हमला हुआ था। 4 आतंकियों ने सनाई टॉप जा रही सुरक्षाबलों की दो गाड़ियों पर फायरिंग की। इसमें से एक वाहन एयरफोर्स का था।
हमले में पांच जवान घायल हुए थे, जिन्हें एयरलिफ्ट कर उधमपुर के अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान कॉर्पोरल विक्की पहाड़े की मौत हो गई। बाकी 4 घायलों में एक की हालत गंभीर है।
आतंकवादियों ने एके असॉल्ट राइफल और अमेरिकी M4 कार्बाइन से स्टील गोलियां चलाई थीं। स्टील की गोलियां बुलेट प्रूफ जैकेट या छह से सात इंच मोटी स्टील की चादर को भी आसानी से भेद देती है।
हमले के बाद आतंकवादी जंगल में भाग गए। उनकी तलाश में एयरफोर्स की स्पेशल गरुड़ फोर्स, आर्मी और जम्मू-कश्मीर पुलिस लगातार दूसरे दिन सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।
जमीन से आसमान तक सर्चिंग जारी...
अधिकारियों ने बताया कि रविवार (5 मई) को हमले के सिलसिले में पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। शाहसितार, गुरसाई, सनाई और शींदरा टॉप समेत कई इलाकों में तलाशी ली जा रही है।
वाहनों की तलाशी तेज कर दी गई है। हमले वाले पूरे इलाके में सेना के हेलीकॉप्टर से हवाई चेकिंग की जा रही है। पुंछ, राजौरी-अनंतनाग लोकसभा सीट में आता है। यहां छठे फेज में 25 मई को वोटिंग है।
सेना को संदेह- लश्कर ने हमला कराया
सुरनकोट में 21 दिसंबर 2023 को भी सेना के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले की जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने ली थी। सेना के अधिकारियों को शक है कि शनिवार शाम को हुए हमले में भी इसी संगठन का हाथ है। PAFF लश्कर-ए-तैयबा की ही शाखा है।
रक्षा मामलों के जानकार जीडी बख्शी ने ANI से कहा- पिछले 2-3 साल में राजौरी और पुंछ इलाके में पाकिस्तान की आर्मी आतंकवाद को फिर से जिंदा कर रही है। पाकिस्तान यहां घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। हमें बालाकोट स्ट्राइक की तरह हमला करना होगा।
जम्मू कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेश पॉल वैद ने कहा जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने वाले हैं, यह पड़ोसी देश को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। पाकिस्तान में लोगों को डेमोक्रेसी से दूर रखा जा रहा है। वह हमारे इलाके पर ध्यान दे रहा है।12 दिन में दूसरी आतंकी वारदात
22 अप्रैल को थानामंडी के शाहदरा शरीफ इलाके में अज्ञात आतंकियों की गोलीबारी में 40 वर्षीय सरकारी कर्मचारी की मौत हो गई थी। मोहम्मद राजिक का भाई टेरिटोरियल आर्मी में था।
12 जनवरी को आतंकियों ने सेना के वाहन पर हमला किया था। जवानों को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी थी। इसमें किसी के भी घायल या मरने की खबर नहीं आई थी।
21 दिसंबर 2023 को सुरनकोट में सेना के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया था। इसमें 5 जवान शहीद हुए थे। थे। आतंकियों ने अमेरिकी M-4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल से स्टील बुलेट फायर की थीं। ये बुलेट सेना के वाहनों की मोटी लोहे की चादर को पार करते हुए जवानों को लगी थीं। आतंकियों ने सोशल मीडिया पर हमले वाली जगह की तस्वीरें भी जारी की थी।
इंटेलिजेंस के मुताबिक, 250-300 आतंकी भारत में घुसपैठ को तैयार
16 दिसंबर 2023 को BSF के एक सीनियर अफसर ने इंटेलिजेंस के हवाले से जानकारी दी थी कि पाकिस्तान सीमा में 250 से 300 आतंकी लॉन्चपैड पर हैं। ये जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में हैं। अफसर ने बताया कि सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया गया है। सीमा पार से किसी भी तरह की घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी जाएगी।
बीएसएफ के आईजी अशोक यादव ने पुलवामा में बताया कि आतंकी गतिविधियों को देखते हुए हम (बीएसएफ) और सेना संवेदनशील इलाकों पर नजर रखे हुए हैं और सतर्क हैं। पिछले कुछ सालों में सुरक्षाबलों और कश्मीर के लोगों के बीच जुड़ाव बढ़ा है। अगर लोग हमारा सहयोग करें तो हम विकास के कामों को बेहतर तरीके से आगे बढ़ा सकते हैं।