पंचायतों के विकास के लिए 1540 करोड़ रुपए डाले जाएंगे
Updated on
01-06-2020 08:48 PM
भोपाल। प्रदेश में ग्राम पंचायतों ने पंच परमेश्वर योजना के तहत मिलने वाले पैसे को लॉक डाउन के दौरान बाहर से आए श्रमिकों के भोजन पानी की व्यवस्था पर खर्च कर दिया है। अब पंचायतों को बारिश से पहले पंच परमेश्वर योजना के तहत जरूरी काम कराने के लिए पैसा नहीं है। अब पंचायतों ने गांवों के विकास के लिए सरकार से इस योजना में पैसा देने के की मांग की है। पहले तो सरकार ने हाथ खड़े कर दिए, लेकिन अब जल्द ही 1540 करोड़ रुपए डाले जाएंगे। शिवराज सरकार ने तत्कालिक रूप से श्रमिकों की मदद इस योजना के तहत करने के निर्देश दिए थे।
राज्य सरकार ने खराब आर्थिक स्थिति के चलते ग्राम पंचायतों को पंच परमेश्वर योजना के तहत भूखों को भोजन कराने की व्यवस्था करने की गाइडलाइन जारी की थी। ग्राम पंचायतों ने अन्य योजना का पैसा भी गांव में सैनिटाइजर के छिड़काव और मास्क वितरण समेत अन्य कार्यों पर खर्च कर दिया गया है। राज्य शासन के निर्देश पर बाहर से आए श्रमिकों को गांव में ही क्वॉरेंटाइन किया गया। ाज्य सरकार ने अलग से किसी प्रकार के फंड की व्यवस्था नहीं की। ऐसे में ग्राम पंचायतों ने दूसरे मद का पैसा भी इस पर खर्च कर दिया। अब पंचायतों के सामने इस बात को लेकर संकट खड़ा हो गया है कि बारिश से पहले ग्राम पंचायतों में किए जाने वाले जरूरी काम कैसे कराए जाएं।
गांव के विकास पर खर्च होता है पैसा
सामान्यत: पंच परमेश्वर योजना के तहत गांव में सड़क, सीसी, नाली, नल-जल आदि विकास कार्य कराए जाते हैं। पंचायते आमतौर पर इस योजना के तहत ज्यादातर काम मार्च से जून के बीच में कराती हैं। लेकिन इस बार कोरेाना संक्रमण की वजह से पंचायतों पंच परमेश्वर योजना का पैसा खर्च नहीं कर पाईं। इस बीच राज्य सरकार ने निर्देश जारी कर दिए थे कि लॉक डाउन में बाहर से आए मजदूरों को भोजन-पानी देने की व्यवस्था पंच परमेश्वर योजना से की जाए। अब इस योजना में पैसा आने के बाद गांवों के फिर से विकास कार्य शुरू होंगे।
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